महात्मा गांधी जयंती लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
महात्मा गांधी जयंती लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
रविवार, 1 अक्टूबर 2023
मोहनदास करमचंद गांधी जयंती , गांधी जयंती , महात्मा गांधी जयंती ,महात्मा गांधी जयंती भारतीय गणराज्य में हर साल 2 अक्टूबर को मनाई जाती है।
जन्म और शिक्षा: मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात, में हुआ था। उन्होंने भूतपूर्व में कानून की पढ़ाई की और बाद में इंग्लैंड में इंग्लैंड फॉर्ड श्रमिक संगठन के साथ काम किया।
सत्याग्रह का आरंभ: गांधीजी ने दक्षिण अफ्रीका में रहते समय वहाँ के भारतीय समुदाय के अधिकारों के लिए सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत की।
भारत वापसी: 1915 में गांधीजी भारत लौटे और उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का साथ दिया।
चंपारण और खेड़ा: उन्होंने चंपारण सत्याग्रह (1917) और खेड़ा सत्याग्रह (1918) जैसे महत्वपूर्ण आंदोलनों का नेतृत्व किया, जिनमें किसानों के मुद्दों के लिए आंदोलन किया गया।
सविनय अवज्ञा आंदोलन: 1930 में गांधीजी ने नमक सत्याग्रह (सविनय अवज्ञा आंदोलन) का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ नमक के खिलाफ आंदोलन किया।
स्वतंत्रता संग्राम: गांधीजी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नेतृत्व में अहिंसा के माध्यम से लड़ा और भारत को 1947 में आज़ाद कराया।
विभाजन के खिलाफ: गांधीजी ने भारत के विभाजन के खिलाफ खड़े रहे और विभाजन के बाद भी हिंदू-मुस्लिम एकता की कोशिश की।
उनका मृत्यु: महात्मा गांधी का अकल्पनीय संघर्ष और समाजसेवा का संदेश उनकी हत्या के बावजूद जीवन भर बना रहा। उनका मृत्यु 30 जनवरी 1948 को नई दिल्ली में हुआ, जिसे गोदसे द्वारा किया गया था।
महात्मा गांधी जयंती भारतीय गणराज्य में हर साल 2 अक्टूबर को मनाई जाती है। यह एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय अवकाश है जिसका उद्देश्य महात्मा गांधी के जीवन और उनके योगदान को याद करना और उनके विचारों को प्रमोट करना है।
महात्मा गांधी की जयंती को आमतौर पर स्कूलों, कॉलेजों, सरकारी दफ्तरों, और सामाजिक संगठनों में यात्रिकाओं के रूप में मनाया जाता है। इस दिन, लोग महात्मा गांधी के जीवन और विचारों की महत्वपूर्ण बातें याद करते हैं, उनके कृतियों को पढ़ते हैं, और समाज में अहिंसा और सत्याग्रह के मूल्यों को प्रमोट करने का संकल्प लेते हैं।
इस दिन कई जगहों पर समारोह, सेमिनार, और कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं जिनमें महात्मा गांधी के जीवन के प्रमुख घटनाओं और उनके दर्शनों के बारे में चर्चा की जाती है। यह दिन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान संघर्षक को श्रद्धांजलि देने का एक मौका है और उनके योगदान को याद रखने का अवसर प्रदान करता है।
महात्मा गांधी, जिन्हें बापू के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता और अहिंसा के प्रशंसक थे। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को अहिंसा और सत्याग्रह के माध्यम से आगे बढ़ाया और भारत को स्वतंत्रता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
गांधी जयंती के दिन, भारत भर में विभिन्न आयोजन और कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिनमें उनके जीवन और उनके दिये गए संदेशों के बारे में चर्चा की जाती है। लोग उनकी यात्राओं के स्थलों पर जाते हैं, उनकी बातचीतों को पुनः प्रकाशित करते हैं, और उनके जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं का समर्थन करते हैं।
महात्मा गांधी के सत्याग्रह, अहिंसा, और सामाजिक समाज के लिए काम करने के संदेश आज भी महत्वपूर्ण हैं, और गांधी जयंती के दिन यह संदेशों को याद करने और अपने जीवन में उन्हें अपनाने का मौका प्रदान करता है। इस दिन को गांधी जी की याद में समर्पित किया जाता है, और उनकी आदर्शों का पालन किया जाता है।